बाटी राजस्थान का पारंपरिक खान-पान है इसे हर खास मौके पर राजस्थान के घरों में बनाया जाता है। यह बाटी गेंहू के आटे से बनती है। बाटी को दाल बाटी चूरमा के नाम से भी जाना जाता है। बाटी को पंचमेल दाल के साथ या चोखा और छाछ के साथ गर्म गरम घी लगाकर खाया जाता है ।
सामग्री
- गेहूं का आटा- तीन कटोरी (Wheat Flour- 1 Large Bowl)
- बेसन – एक कटोरी (Gram Flour- 1Bowl)
- खाने वाला सोडा- 1 छोटा चम्मच (Soda- 1 Small Tsp)
- शुद्ध घी- 2 चम्मच (Pure Ghee- 2 Tsp)
- नमक स्वादानुसार (Salt Taste According)
- ताजा पानी- 1 कप (Fresh Water- 1 Cup)
बनाने की विधि
एक बाउल ले उसमें बेसन, आटा ,घी, नमक स्वादानुसार और सोडा डाल कर मिला लीजिये। फिर पानी की सहायता से इसको डो बना लीजिये।
अब इसको 5 से 10 मिनट के लिये साइड मे रख दीजिये सेट होने के लिये फिर डो की छोटी छोटी लोई बना लीजिये।
अब एक लोई को हाथ में ले हाथ से इसको गोल करके एकदम चिकना करके लोई को थोड़ा सा दबा दे इसी तरह सारी बाटी बना ले। अब गैस को चालू करके गैस पर बाटी तंदूर को चढा दे
जब तंदूर गर्म हो जाये तो उसमे एक एक कर के सारी बाटी रखकर ढक्कन से ढक दे। इसे मीडियम आंच मे बनाये जब एक तरफ बाटी सीख जाए तो इसे पलटकर दूसरी तरफ सेंक ले।
जब बाटी गोल्डन हो जाये तो उसे किसी प्लेट मे निकाल लीजिये। और गैस को बंद कर दे बाटी पर घी लगाकर खाये आपकी बाटी बनाकर तैयार है।